शुक्रिया ज़िन्दगी
जो भी मिला है उसको क़ुबुल कर
जिस पर हक़ नहीं तुम्हारा उसे भूल कर
अधूरी खवाइसों का पूरा होने का यकिन रख
अपने हिस्से का आसमां २गज ज़मीन रख
अब और २ कदम चलने से पहले
एक नई बेचैनियों के बनने से पहले
लम्बी गहरी साँस लेकर , दिल में एक सच्चा एहसास लेकर
कहो शुक्रिया ज़िंदगी!
तुम्हें जिसकी तमन्ना थी वो सब कुछ तुम्हारा नहीं था
चलते रहना कहीं भटक जाने का इशारा नहीं था
जो बिना माँगे मिला तुम्हें वो किसी के लिए मन्नत सा था
ज़िंदगी के जिस चेहरे से शिकायत है तुम्हें वो किसी के लिए जन्नत सा होगा
तो अब खवाइशों के बारिशों में फिसलनें से पहले
बहुत कुछ तो है ये ख़्याल बदलनें से पहले
सुकुनों दिल कि एक तस्वीर मन में विश्वास लेकर
कहो शुक्रिया ज़िंदगी!
कुछ हादसों और उदासियों की जगह होगी
अब ज़िंदगी है तो ख़ुशी और ग़म दोनों की जगह होगी
अपने तस्वीर में किसी और के रंग भरने से पहले
मुँद कर आँखें बस एक और wish करने से पहले
ख़ुद से मिलने कि ज़िद्द लेकर और खुद को पाने की तलाश में
कहो शुक्रिया ज़िंदगी!!!
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